वन्यजीव सप्ताह 

प्रतिवर्ष भारत में 2 से 8 अक्तूबर तक वन्यजीव सप्ताह मनाया जाता है।

भारत में सर्वप्रथम 7 जुलाई, 1955 में ‘वन्यजीव दिवस’ मनाया गया।

प्रत्येक वर्ष 2 अक्तूबर से पूरे सप्ताह तक वन्यजीव सप्ताह मनाया जाता है।

वर्ष 1956 से वन्यजीव सप्ताह मनाया जा रहा है।

वन्यजीव सप्ताह मनाने का उद्देश्य यह है कि हमें हमेशा प्रत्येक वन्यजीव, पशु-पक्षियों और पौधों को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान करनी चाहिये।

इस अभियान के लिये केंद्र सरकार ने कुछ क्षेत्रों को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी घोषित किया है।



सरकार ने अधिनियम के तहत सभी जंगली जानवरों और पक्षियों आदि के शिकार पर रोक लगाने का फैसला लिया।

सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर दंड का प्रावधान भी किया गया है।

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेताओं की सूची

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 

यह देश में सबसे प्रमुख फिल्म पुरस्कार समारोह है।

फिल्म समारोह निदेशालय भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और भारतीय पैनोरमा के साथ यह पुरस्कार प्रदान करता है।

पुरस्कार नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रदान किये जाते हैं।

इसका आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा  किया जाता है।

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वर्ष 2020 के लिए

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 30 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में  राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किये।

वर्ष 2020 का दादा साहेब फाल्‍के पुरस्‍कार प्रसिद्ध अभिनेत्री आशा पारेख को प्रदान किया गया।

श्रेष्‍ठ फीचर फिल्‍म पुरस्‍कार तमिल फिल्‍म सोरारई पोट्टरू को मिला।

हिंदी फिल्‍म तान्‍हाजी: द अन्संग वॉरियर को संपूर्ण मनोरंजन के लिये श्रेष्‍ठ लोकप्रि‍य फिल्‍म का पुरस्‍कार प्रदान किया गया।

अजय देवगन और सूर्या को फिल्‍म तान्‍हाजी: द अन्संग वॉरियर एवं सोरारई पोट्टरू के लिये सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेता का पुरस्‍कार मिला।

अर्पणा बालमुरली को सोरारई पोट्टरू के लिये सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेत्री का पुरस्‍कार मिला।

सचिदानंद के. आर. को मलयालम फिल्‍म ए के अय्यपनम कोश्‍यूम के लिये सर्वश्रेष्‍ठ निदेशक का पुरस्‍कार दिया गया।

मराठी फिल्‍म सूमी को सर्वश्रेष्‍ठ बाल फिल्‍म का पुरस्‍कार तथा मनोज मुंतसिर को हिंदी फिल्‍म साइना के लिये सर्वश्रेष्‍ठ गीत का पुरस्‍कार प्रदान किया गया।

राहुल देशपांडे को मराठी फिल्‍म मी बसंतराव के लिये सर्वश्रेष्‍ठ पुरुष पार्श्‍व गायक का पुरस्‍कार एवं ननचंबा को मलयालम फिल्‍म ए के अय्यपनम कोश्‍यूम के लिये सर्वश्रेष्‍ठ पार्श्‍व गायिका का पुरस्‍कार दिया गया।

कन्‍नड़ फिल्‍म तालेदंडा को पर्यावरण संरक्षण पर सर्वश्रेष्‍ठ फिल्‍म का पुरस्‍कार मिला, बांग्ला फिल्‍म अभियांत्रिक के लिये सुप्रतिमभोल को सर्वश्रेष्‍ठ छायांकन का पुरस्‍कार दिया गया।