आईएएस प्रारंभिक परीक्षा की कम समय में कैसे तैयारी करें – ऐसे बनाएं आईएएस प्री परीक्षा की रणनीति

हर प्रतियोगी की अपनी-अपनी पृष्‍ठभूमि होती है और तैयारी का अपना-अपना स्‍वरूप होता है. इसलिए हर अभ्यर्थी को अपनी तैयारी की रणनीति खुद ही बनानी चाहिए. हम आपकों यहां तैयारी करने के कुछ टिप्स दे रहे हैं. जिससे आपकों काफी मदद मिल सकती है.

इन विषयों से पूछे जाते हैं करीब 60 फीसदी प्रश्न

प्रारंभिक परीक्षा में जितने भी प्रश्‍न पूछे जाते हैं. उनमें सबसे प्रमुख चार विषय होते हैं – भूगोल, इतिहास, राजनीतिशास्‍त्र एवं अर्थशास्त्र. पिछले सात सालों के दौरान ऐसा कोई भी साल नहीं रहा है, जब इनसे पूछे गए प्रश्‍नों का प्रतिशत 60 से नीचे रहा हो.
इनसे अधिकतम 72 प्रतिशत तक प्रश्‍न पूछे गए हैं. इससे स्‍पष्‍ट होता है कि यदि आपको प्री क्‍वालिफाई करना है, तो इन चार विषयों में से किसी के बारे में भी चान्‍स नहीं ले सकते. वैसे भी यदि आपका उद्देश्‍य मुख्‍य परीक्षा में भी सफल होना है, तो आपके जनरल नॉलेज के तीन प्रश्‍न पत्र, जो कुल 750 नंबर के होते हैं, इन्‍हीं चारों विषयों से जुडे होते हैं. यह जरूर है कि इसमें इसके साथ कुछ दूसरे छोटे-छोटे विषय भी शामिल रहते हैं.

इन चारों विषयों की करें अच्छे से तैयारी
आपकी रणनीति का सबसे पहला बिन्‍दु यह होना चाहिए कि इन चारों विषयों की बहुत अच्छे से तैयारी हो. यदि आप ऐसा कर चुके हैं, तो बेहतर होगा कि अप्रैल के पूरे महीने को इन विषयों को रिवाइज कर लें. यदि इनमें से कुछ बच गया हो, तो फिर आप उस बचे हुए हिस्से को पूरा करें.

सी-सेट में ज्यादा समय देने की जरूरत नहीं
सी-सेट के पेपर के लिए ज्यादा समय देने की जरूरत नहीं है. यदि आप इस पेपर में कमजोर हैं, तो बेहतर होगा कि आप रोज एक घंटा इस पेपर के लिए दें. इस पेपर की तैयारी मुख्‍यत अभ्‍यास पर आधारित होती है.

मुख्य परीक्षा की भी करें तैयारी
यदि आप कर सकें, तो अच्‍छा होगा कि इसके साथ ही अप्रैल में मुख्‍य परीक्षा की तैयारी भी जारी रखें. मुख्‍य परीक्षा से मेरा संबंध आपके वैकल्पिक विषय से है. इसके लिए ज्‍यादा वक्‍त देने की जरूरत नहीं है. प्रतिदिन आधा-एक घंटा ही पर्यात होगा. फिलहाल आपको मुख्‍य परीक्षा की चिन्‍ता करना छोड़ देना चाहिए.

लगातार बढ़ रहा करेंट अफेयर्स
सिविल सेवा परीक्षा में करेंट अफेयर्स का रोल लगातार बढ़ता जा रहा है. यदि आप पिछले तीन साल के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर देखेंगे, तो आपको लग सकता है कि करेंट अफेयर्स से बहुत कम प्रश्‍न पूछे गए हैं लेकिन ऐसा निष्‍कर्ष निकालना गलत होगा. यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं, क्‍योंकि जिन चार विषयों की चर्चा मैंने ऊपर की है, उनमें से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्‍त्र पर जो प्रश्‍न पूछे जाते हैं, उनमें से अधिकांश का संबंध करेंट अफेयर्स से होता है

अधिकांश अभ्यर्थी इसे समझ नहीं पाते है. इसलिए आपकी रणनीति में करेंट अफेयर्स की निरन्‍तरता लगातार बनी रहनी चाहिए. वैसे भी जून के अंतिम सप्‍ताह में होने वाली प्रारंभिक परीक्षा के लिए हमें यह मानकर चलना चाहिए कि करेंट अफेयर्स के अंतर्गत मई मध्‍य तक की घटनाओं को शामिल किया जा सकता है. यहां तक मई कि मध्‍य के बाद भी आपकी रणनीति में करेंट अफेयर्स शामिल होना ही चाहिए.

मई का महीना आपको पूरी तरह प्रारंभिक परीक्षा को समर्पित करना चाहिए. इसके अंतर्गत आप अलग-अलग विषयों को रिवाइज करने और मॉक टेस्‍ट को साल्‍व करने जैसे कामों को प्राथमिकता दे सकते हैं. अपनी योजना में इन बातों को ध्यान में रखकर तैयारी करने से आप अधिक बेहतर परिणाम ला सकत हैं.

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