शिवाजी के उत्तराधिकारी शिवाजी के बाद उसका ज्येष्ठ पुत्र शम्भूजी आया। विषय-सुख का प्रेमी होने पर भी वह वीर था। उसका प्रमुख परामर्शदाता उत्तर भारत …
यूरोपियों का आगमन प्राचीन काल से ही भारत सोने की चिड़िया कहलाता था। इस कारण विदेशी हमेशा इस देश के प्रति आकृष्ट होते रहे थे …
फ्रांसीसियों ने पूर्व में व्यापार करने के लिए 1664 ई. में एक फ्रेंच ईस्ट इण्डिया कम्पनी का निर्माण किया। इसका नाम कम्पनी इन्डेसेओरियंतलेस था। इस कम्पनी के …
शासन-स्वरूप शिवाजी का प्रशासन मूलत: दक्षिणी व्यवस्था पर आधारित था परन्तु इसमें कुछ मुगल तत्त्व भी शामिल थे। मराठा राज्य के अंतर्गत दो प्रकार के …
मराठा साम्राज्य मराठा राज्य का निर्माण एक क्रान्तिकारी घटना है। विजयनगर के उत्थान से भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण तत्व आया था, वैसे ही सत्रहवीं …
तकनीकी विकास भारत में तुकों के साथ ही तकली का आगमन हुआ। वस्तुतः 17वीं शताब्दी के दौरान कोई आमूल परितर्वन या विकास नहीं हुआ। फिर …
मुगलकाल में औद्योगिक विकास की क्या स्थिति थी, इस विषय में विदेशी यात्रियों और तत्कालीन इतिहासकारों के विवरणों से महत्त्वपूर्ण जानकारी मिलती है। कारखाना का शब्दिक …
भारत में चित्रकला का विकास हुमायूँ के शासन-काल में प्रारंभ हुआ। शेरशाह से पराजित होने के बाद जब वह ईरान में निवास – तारीख-ए-खानदानी तैमुरिया …
साहित्य एवं धर्म के समान कला में भी मुगलकाल पूर्णत: नवीनता और पुनर्जागरण का युग नहीं था, बल्कि उन प्रक्रियाओं का विस्तार और चरम परिणति …
भारत के तैमूरी बादशाह साहित्य के पोषक थे तथा इसकी विभिन्न शाखाओं के विकास को बहुत प्रोत्साहन देते थे। अकबर के संरक्षण में बहुत-से विद्वान् …