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CURRENT AFFAIRS

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TODAY’S UPSC CSE CURRENT AFFAIRS IN HINDI

  • Posted by ADITYA KUMAR MISHRA
  • Categories CURRENT AFFAIRS, DAILY CA
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स्मार्ट विंडो मैटेरियल

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-गुवाहाटी (IIT-G) के शोधकर्त्ताओं ने घरों और इमारतों में स्वचालित जलवायु नियंत्रण के लिये स्मार्ट विंडो मैटेरियल विकसित किया है। इस प्रकार का स्मार्ट विंडो मैटेरियल इमारतों के लिये कुशल स्वचालित जलवायु नियंत्रण प्रणाली विकसित करने में काफी मददगार होगा। हाल के वर्षों में इमारतों में बेहतर रोशनी और ऊष्मा प्रबंधन के लिये सतत् आर्किटेक्चर डिज़ाइनों पर ध्यान दिया गया है और इस प्रकार की स्मार्ट विंडो प्रणाली इस दिशा में पहला कदम हो सकती है। शोधकर्त्ताओं ने दो अल्ट्रा-थिन मेटल लेयर्स से बने इलेक्ट्रो-ट्यून करने योग्य ग्लास का निर्माण किया है, जिसके ‘अपवर्तनांक’ (Refractive Index) को कम वोल्टेज के माध्यम से भी बदला जा सकता है और जो दृश्य एवं अवरक्त विकिरण को फिल्टर करता है। IIT-गुवाहाटी की टीम ने उत्कृष्ट धातुओं का उपयोग करके स्मार्ट विंडो ‘ग्लास’ तैयार किया है, जो मौसम/जलवायु की स्थिति के आधार पर सौर विकिरण की तीव्रता को नियंत्रित कर सकता है। यह स्मार्ट ग्लास वाहनों, लोकोमोटिव, हवाई जहाज़ और ग्रीनहाउस आदि में कुशल स्वचालित जलवायु नियंत्रण की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हो सकता है।

सेहत ओपीडी पोर्टल का शुभारंभ SeHAT OPD

खबरों में

‘सर्विसेज ई-हेल्थ असिस्टेंस एंड टेली-कंसल्टेशन (सेहट) ओपीडी पोर्टल हाल ही में लॉन्च किया गया था।
मंत्रालय: रक्षा मंत्रालय

  • यह पोर्टल सेवारत सशस्त्र बलों के कर्मियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को टेली-मेडिसिन सेवाएं प्रदान करता है।
  • यह उन्नत सुरक्षा सुविधाओं के साथ सेहत ओपीडी पोर्टल का अंतिम संस्करण है।
  • परीक्षण संस्करण को अगस्त 2020 में कार्यात्मक बनाया गया था।
  • द्वारा विकसित: सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए), सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस), एकीकृत रक्षा कर्मचारी (आईडीएस) और कृत्रिम कंप्यूटिंग के विकास केंद्र (सी-डैक) मोहाली
  • पोर्टल अस्पतालों पर भार को कम करने में मदद करेगा और मरीज आसान और प्रभावी तरीके से संपर्क रहित परामर्श प्राप्त करने में सक्षम होंगे।

केंद्र सरकार लांच करेगी यूनिफाइड हेल्थ इंटरफेस (Unified Health Interface)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission – NDHM) की प्रगति की समीक्षा की। इस बात पर प्रकाश डाला गया किएक यूनिफाइड हेल्थ इंटरफेस (Unified Health Interface – UHI) जल्द ही शुरू किया जाएगा।

पृष्ठभूमि

प्रधानमंत्री ने 74वें स्वतंत्रता दिवस पर NDHM के शुभारंभ की घोषणा की थी। यह मिशन तीन डिजिटल घोषणाओं का एक हिस्सा है जिसमें एक नई साइबर सुरक्षा नीति और भारत के छह लाख गांवों में ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी शामिल है।

राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission – NDHM)

NDHM एक पूर्ण डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र है जिसमें चार प्रमुख विशेषताएं हैं – स्वास्थ्य आईडी, डिजी डॉक्टर, व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड और स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री। बाद में इसमें ई-फार्मेसी और टेलीमेडिसिन सेवाएं भी शामिल होंगी। इसे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (National Health Authority (NHA) द्वारा लागू किया जाएगा। एनडीएचएम प्लेटफॉर्म एप्प के साथ-साथ वेबसाइट वर्जन में भी उपलब्ध होगा।

डिजी डॉक्टर (Digi Doctor)

यह डॉक्टरों को नामांकन करने की अनुमति देगा और उनकी सहमति के अनुसार उनका विवरण उपलब्ध कराया जाएगा। डॉक्टरों को प्रिस्क्रिप्शन लिखने के लिए मुफ्त में एक डिजिटल हस्ताक्षर भी सौंपा जाएगा।

विशिष्ट स्वास्थ्य आईडी (Unique Health ID)

यह आईडी नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारियों का भंडार (repository) होगी। अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, ऑनलाइन फार्मेसियों, टेलीमेडिसिन फर्मों आदि सहित विभिन्न स्वास्थ्य सेवा प्रदाता इस स्वास्थ्य पहचान प्रणाली में भाग लेंगे। रोगी जो अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से उपलब्ध कराना चाहते हैं, उन्हें अपने मूल विवरण, मोबाइल या आधार कार्ड का उपयोग करके विशिष्ट स्वास्थ्य आईडी बनाने की आवश्यकता होगी।

एरिक कार्ले

हाल ही में विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी बाल साहित्यकार, चित्रकार और डिज़ाइनर ‘एरिक कार्ले’ का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। 25 जून, 1929 को अमेरिका के न्यूयॉर्क में जन्मे एरिक कार्ले ने कई प्रसिद्ध बाल पुस्तकें प्रकाशित कीं, जिसमें उनकी सबसे प्रमुख पुस्तक ‘द वैरी हंगरी कैटरपिलर’ (1969) भी शामिल है, जिसकी वर्ष 2018 तक लगभग 50 मिलियन प्रतियाँ बिक चुकी थीं और 60 से अधिक भाषाओं में उसका अनुवाद किया गया है। एरिक कार्ले ने जर्मनी से ग्राफिक आर्ट की पढाई की और वे वर्ष 1950 में ग्रेजुएट हुए, जिसके बाद एरिक कार्ले वर्ष 1952 में पुनः न्यूयॉर्क (अमेरिका) आ गए। यहाँ उन्होंने ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में एक ग्राफिक डिज़ाइनर के रूप में काम किया और बाद में उन्हें कोरियाई युद्ध के दौरान सेना में शामिल कर लिया गया। सेना से लौटने पर वे ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में पुनः शामिल हो गए। इसके बाद उन्होंने प्रसिद्ध बाल साहित्यकार बिल मार्टिन जूनियर के साथ कार्य किया और वर्ष 1967 में उन्होंने ‘ब्राउन बियर, ब्राउन बियर, व्हाट डू यू सी?’ नामक पुस्तक प्रकाशित की, जो उस समय की सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक बनी और जिसने कई पुरस्कार भी जीते। एरिक कार्ले ने अपने कॅॅरियर में 75 से अधिक पुस्तकें लिखी और/या उनमें चित्रकारी की।  

इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन (IBF) का नाम बदल

खबरों में

इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन (IBF) का नाम बदलकर इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन (IBDF) कर दिया जाएगा।
आईबीएफ प्रसारकों की शीर्ष संस्था है।
यह अब डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को कवर करने के लिए अपने दायरे का विस्तार कर रहा है

  • इस कदम से ब्रॉडकास्टर्स और ओटीटी (ओवर-द-टॉप) प्लेटफॉर्म एक ही छत के नीचे आ जाएंगे।
  • COVID-19 महामारी के बाद OTT ने अपने दर्शकों की संख्या में पर्याप्त उछाल देखा है।
  • आईबीडीएफ डिजिटल ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए एक स्व-नियामक निकाय, डिजिटल मीडिया कंटेंट रेगुलेटरी काउंसिल (डीएमसीआरसी) भी बनाएगा।


क्या आप जानते हैं?

  • इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन (IBF) की स्थापना 1999 में हुई थी।
  • यह प्रसारण सामग्री शिकायत परिषद (बीसीसीसी) का मूल संगठन है जिसे 2011 में स्थापित किया गया था।
  • बीसीसीसी भारत में सभी गैर-समाचार सामान्य मनोरंजन चैनलों से संबंधित सामग्री संबंधी शिकायतों की जांच करता है।


महत्वपूर्ण मूल्यवर्धन

  • एक ओवर-द-टॉप (ओटीटी) मीडिया सेवा इंटरनेट के माध्यम से दर्शकों को सीधे दी जाने वाली मीडिया सेवा है।
  • ओटीटी केबल, प्रसारण और सैटेलाइट टेलीविजन प्लेटफॉर्म को दरकिनार कर देता है।
  • जैसे नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम वीडियो, हॉटस्टार आदि।

RAW और IB के प्रमुखों के कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया गया

हाल ही में केंद्र सरकार ने रॉ (R&AW) के प्रमुख सामंत कुमार गोएल और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के प्रमुख अरविन्द कुमार को एक वर्ष का कार्य विस्तार दिया गया है।

Research and Analysis Wing (R&AW)

अनुसन्धान एवं विश्लेषण विंग (Research and Analysis Wing (R&AW) भारत की विदेशी इंटेलिजेंस एजेंसी है। इस एजेंसी का काम विदेशी इंटेलिजेंस इकठ्ठा करना और भारतीय सामरिक हितों के लिए कार्य करना है। यह भारत के परमाणु कार्यक्रम की सुरक्षा में भी शामिल है। रॉ का गठन 21 सितम्बर, 1968 को हुआ था, इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। रॉ का आदर्श वाक्य
धर्मो रक्षति रक्षितःहै।

Intelligence Bureau (IB)

इंटेलिजेंस ब्यूरो घरेलु इंटेलिजेंस, आंतरिक सुरक्षा के लिए कार्य करने वाली एजेंसी है। यह इस प्रकार की सबसे पुरानी एजेंसियों में से एक है। इसका गठन 1887 में हुआ था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसका आदर्श वाक्य “जागृतं अहर्निशं” है। यह केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करती है। वर्तमान में इंटेलिजेंस ब्यूरो के निर्देशक अरविन्द कुमार हैं।

Global Annual to Decadal Climate Update जारी की गयी

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organisation) के नेतृत्व में यूनाइटेड किंगडम के मौसम कार्यालय द्वारा Global Annual to Decadal 10-year Climate Update जारी किया गया।

मुख्य बिंदु

  • इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया 2021-2025 के भीतर अस्थायी रूप से 5-सेल्सियस वार्मिंग के निशान को तोड़ देगी।
  • इसमें कहा गया है कि वार्षिक औसत वैश्विक तापमान की 40 प्रतिशत संभावना पूर्व-औद्योगिक तापमान से 5C को पार कर जाएगी।
  • 2021-2025 की अवधि में एक वर्ष के रिकॉर्ड पर सबसे गर्म होने की 90% संभावना है।
  • वार्षिक औसत वैश्विक तापमान 2021-2025 के बीच पूर्व-औद्योगिक स्तरों की तुलना में कम से कम 1C अधिक गर्म होगा।

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO)

WMO, संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है, यह वायुमंडलीय विज्ञान, जल विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकी पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देती है। WMO की उत्पत्ति अंतर्राष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन से मौसम डेटा और अनुसंधान के आदान-प्रदान के लिए हुई थी। 19४७ के विश्व मौसम विज्ञान सम्मेलन के दौरान, आईएमओ की स्थिति और संरचना में सुधार के प्रस्ताव प्रस्तावित किए गए थे। यह कन्वेंशन 1950 में लागू हुआ जिसके बाद WMO ने संयुक्त राष्ट्र के भीतर एक अंतर सरकारी संगठन के रूप में अपना संचालन शुरू किया।

अंतर्राष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन (IMO)

IMO देशों के बीच मौसम की जानकारी के आदान-प्रदान के उद्देश्य से स्थापित पहला संगठन था।  1951 में IMO का स्थान विश्व मौसम विज्ञान संगठन द्वारा लिया गया था।

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